SMVDU: हिंदी प्रकोष्ठ द्वारा हिन्दी दिवस के अवसर पर श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय में हिंदी पखवाड़ा का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम 15 से 27 सितंबर तक चलेगा एवं परिणाम की घोषणा 28 सितम्बर को की जाएगी। इस कार्यक्रम का संयोजन हिंदी प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी एवं भाषा एवं साहित्य विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अनुराग कुमार एवं छात्र सचिव धीरज कुमार द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ। कार्यक्रम के संचालक ने मुख्य अतिथि अधिष्ठाता, छात्र कल्याण डॉ. राघवेंद्र कुमार मिश्रा, डॉ. मधु मंगल चतुर्वेदी, दर्शन एवं संस्कृति विभाग के संकाय सदस्य का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन संगणक विज्ञान विभाग की छात्रा यशस्वी द्वारा किया गया। डॉ. मधु मंगल चतुर्वेदी ने हिंदी दिवस व भाषा के महत्व के विषय में विचार प्रस्तुत किए, उन्होनें कहा की भाषा राष्ट्र को एकता में जोड़ने का माध्यम है एवं राष्ट्र की प्रगति का द्योतक भी। हिन्दी पखवाड़ा कार्यक्रम का प्रारंभ इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार विभाग की छात्रा सुहानी द्वारा शास्त्रीय नृत्य की मनभावन प्रस्तुति से किया गया। इलेक्ट्रिकल विभाग के छात्र आशू, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार विभाग के छात्र उत्सव एवं इलेक्ट्रिकल विभाग के अन्चित द्वारा भाषण एवं काव्य पाठ प्रस्तुत किया गया।
मुख्य अतिथि छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. राघवेंद्र कुमार मिश्रा ने हिन्दी पर अपना प्रेरक सम्बोधन प्रदान करते हुए हिन्दी को जनमानस की भाषा के साथ ही सांस्कृतिक चेतना व भावात्मक जुड़ाव का माध्यम बताया। उन्होंने भाषा के प्रचार प्रसार के लिए विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला एवं हिन्दी प्रकोष्ठ को इनका नेतृत्व करने के लिए बधाई दी। इस अवसर पर डॉ. अमिताभ विक्रम द्विवेदी का ऑडियो संदेश प्रसारित किया गया। डॉ. द्विवेदी वर्तमान में केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा में एसोसिएट प्रोफेसर और सूचना एवं भाषा प्रौद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष हैं। उन्होंने श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय में भाषा एवं साहित्य विभाग के विभागाध्यक्ष और हिंदी प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी के रूप में भी कार्य किया है। उन्होंने सभी छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए हिंदी दिवस की महत्ता पर अपने विचार रखे। उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित किया कि वे अपनी जड़ों से जुड़े रहें और विकास और आधुनिकता की दौड़ में उन्हें न भूलें। साथ ही उन्होने यह भी बताया की हिंदी न केवल हमारी संस्कृति का हिस्सा रही है, बल्कि हमारे स्वतंत्रता संग्राम का भी हिस्सा रही है। उन्होंने बताया कि कैसे हिंदी भाषा ने स्वतंत्रता संग्राम के समय भारतीयों को एकजुट किया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह के रूप में भगवान कृष्ण का बशोली चित्र, महाराणा प्रताप एवं छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़ें चिन्ह प्रदान किए। कार्यक्रम का समापन हिन्दी प्रकोष्ठ के छात्र सचिव धीरज कुमार द्वारा धन्यवाद भाषण के साथ हुआ। उन्होंने सभी का धन्यवाद किया और छात्र छात्राओं को 15 से 27 सितंबर तक होने वाले सभी कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी। हिंदी दिवस समारोह की सफलता ने छात्रों को हिंदी भाषा के महत्व को समझने और दैनिक जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी।